"छोटी सी यह दुनिया" यह शब्द चित्र है कुछ रंग-बिरंगे व्यक्तियों के, जो लेखक से रूबरू हुए तथा उनके साथ घटी घटनाओं का प्रस्तुतीकरण है।
इन कहानियों में स्टूडेंट्स की शरारतें हैं, ऑफिस की पॉलिटिक्स है, एक मां का बच्चों के प्रति प्यार है, बिजनेस के हार जीत का सिलसिला है.... देखा जाए तो यह एक
कैलीडोस्कोप है, जिसमें जीवन के सफर में राही अलग-अलग रूपों में पेश आते हैं।
आधुनिक भारत के हीरो, हीरोइन, एंटी हीरो, विलेन और एक्स्ट्राज आपको इस किताब में मिलेंगे, जिसमें जोश, मस्ती, मेलोड्रामा, कॉमेडी आदि भरपूर है। इस तस्वीर को आप हरगिज़ मिस नहीं कर सकते।
सुधीर जोगलेकर एक प्रवासी है, खोज यात्री है चिंतक हैं, बातूनी व्यक्ति है, एक ऐसे मैनेजर है जो अपने छंदों में तल्लीन है, टेलीविजन की दुनिया में व्यस्त है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वह अपनी कल्पनाओं को साकार करने के लिए हमेशा उत्सुक रहते हैं।